गर्मी का मौसम न केवल इंसानों के लिए चुनौतीपूर्ण होता है, बल्कि पौधों के लिए भी यह समय अत्यंत कठिन होता है। इस आर्टिकल में हमलोग गर्मियों में पौधों को पानी देने का सही तरीका के बारे में जानेंगे। जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है, मिट्टी जल्दी सूख जाती है और पौधों की जड़ों तक पानी नहीं पहुंच पाता। यदि सही तरीके से पौधों को पानी न दिया जाए, तो वे मुरझा सकते हैं, सूख सकते हैं और यहां तक कि मर भी सकते हैं। इसलिए यह जानना बहुत ज़रूरी है कि गर्मियों में पौधों को पानी देने का सही तरीका क्या है।

गर्मियों में पौधों को पानी देने का सही तरीका :
- समय का चुनाव – सुबह और शाम सबसे उपयुक्त
गर्मियों में पौधों को पानी देने के लिए सबसे अच्छा समय सुबह जल्दी या शाम को सूर्यास्त के बाद होता है। इस समय मिट्टी ठंडी होती है और पानी आसानी से जड़ों तक पहुंच जाता है। दोपहर के समय पानी देने से उसका अधिकांश भाग वाष्पित हो जाता है और पौधों को पर्याप्त नमी नहीं मिलती। अगर आपसे संभव हो तो पौधों को सुबह में पानी दें क्युकी पौधों को सबसे ज्यादा दोपहर में पानी की जरूरत होती है जो की सुबह में पानी देने से इसकी पूर्ति हो जाएगी।
- मिट्टी की नमी की जांच करें
पानी देने से पहले हमेशा मिट्टी की नमी जांचे क्युकी अलग अलग पौधों की पानी की जरूरत अलग होती है। हर दिन पानी देना जरूरी नहीं होता, खासकर अगर मिट्टी पहले से नम हो। पौधे को कब पानी देना है, यह जानने के लिए अपनी उंगली को 1–2 इंच गहराई तक मिट्टी में डालें। अगर मिट्टी सूखी लगे, तभी पानी दें। बहुत अधिक पानी भी पौधों के लिए नुकसानदायक हो सकता है क्योंकि इससे जड़ें सड़ सकती हैं।
- गहराई से पानी देना ज़रूरी है
पौधों को ऊपर ऊपर हल्का पानी देने के बजाय उन्हें गहराई तक पानी देना चाहिए ताकि जड़ें अच्छी तरह से नमी सोख सकें। एक बार में पर्याप्त पानी देने से पौधे की जड़ें गहराई तक जाएंगी, जिससे वह मजबूत होगा और अधिक समय तक सूखे को सह पाएगा।
- मुल्चिंग करें – नमी बनाए रखें
मुल्चिंग का अर्थ है मिट्टी की ऊपरी सतह पर घास, बगीचे से इकठा किये गए सूखे पत्ते या लकड़ी की छाल बिछा देना। यह तरीका मिट्टी में नमी बनाए रखने, तापमान कम रखने और खरपतवार को रोकने में मदद करता है। गर्मियों में यह एक बहुत ही कारगर उपाय है।
- सही मात्रा में और सही तरीके से पानी देना
पौधों की जरूरत के अनुसार पानी देना जरूरी है। छोटे गमलों वाले पौधों को रोज़ाना या हर दूसरे दिन थोड़ा-थोड़ा पानी देना चाहिए, जबकि बड़े पेड़ों और पौधों को सप्ताह में 1–2 बार अच्छी मात्रा में पानी देना बेहतर होता है। पानी हमेशा पौधे की जड़ों के पास देना चाहिए। कभी कभी पौधों को ऊपर से पत्तों पर पानी देना चाहिए ताकि उसपर लगे धूल – मिट्टी निकल जाये। पौधों में पानी उनके जरूरत के हिसाब से देना चाहिए जैसे कैक्टस और सकुलेंट जैसे पौधों को काम पानी की जरूरत होती है।
- ड्रिप इरिगेशन या वाटरिंग कैन का उपयोग करें
अगर आपके पास बहुत से पौधे हैं तो ड्रिप इरिगेशन सिस्टम लगवाना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इससे पानी सीधे जड़ों तक जाता है और पानी की बर्बादी भी नहीं होती। इसमें पानी बून्द बून्द गिरता है और मिट्टी में नमी बनाये रखता है। छोटे स्तर पर वाटरिंग कैन का प्रयोग करके आप धीरे-धीरे और सावधानी से पौधों को पानी दे सकते हैं।
- संवेदनशील पौधों का विशेष ध्यान रखें
कुछ पौधे जैसे ट्यूलिप, रोज़, तुलसी आदि गर्मियों में ज्यादा पानी की मांग करते हैं। इन पौधों को छांव में रखें और नियमित रूप से पानी देते रहें। वहीं कैक्टस और मनी प्लांट , एरिका पाम ,सकुलेंट जैसे पौधों को कम पानी की जरूरत होती है, इसलिए उनकी जरूरत के अनुसार ही पानी दें।
निष्कर्ष
गर्मियों में पौधों को जीवित और स्वस्थ रखने के लिए सही तरीके से पानी देना बहुत आवश्यक है। यदि आप ऊपर बताए गए सुझावों का पालन करेंगे तो न केवल आपके पौधे हरे-भरे रहेंगे, बल्कि वे गर्मियों की तपिश को भी सहने में सक्षम होंगे। पौधों को पानी देना केवल एक दिनचर्या नहीं, बल्कि एक कला है, जिसमें धैर्य, समझदारी और संवेदनशीलता की जरूरत होती है। आपके पौधे भी इसी देखभाल से एक नई ऊर्जा के साथ खिल उठेंगे।
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