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घर पर कमल का फूल कैसे उगाएं, जानें सबसे 8 आसान तरीका – How To Grow Lotus Flower

कमल का फूल ( Lotus Flower ) भारत में न केवल एक सुंदर जल पौधा है, बल्कि इसे धार्मिक, सांस्कृतिक और आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस आर्टिकल में हमलोग ( घर पर कमल का फूल कैसे उगाएं, जानें सबसे 8 आसान तरीका – How To Grow Lotus Flower ) के बारे में जानेंगे । कमल के फूल को देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। इसकी सुंदरता, शुद्धता और पवित्रता के कारण यह जलाशयों, तालाबों और बगीचों में लगाया जाता है । यदि आप जानना चाहते हैं कि घर पर कमल का फूल कैसे उगाएं , तो यह लेख आपके लिए संपूर्ण जानकारी लेकर आया है।

घर पर कमल का फूल कैसे उगाएं, जानें सबसे 8 आसान तरीका – How To Grow Lotus Flower

घर पर कमल का फूल कैसे उगाएं, जानें सबसे 8 आसान तरीका – How To Grow Lotus Flower

1. कमल के बीज की पहचान

कमल के बीज काले या भूरे रंग के सख्त खोल वाले होते हैं और उनका आकार लगभग अंडे की तरह होता है। इन बीजों की सतह सख्त और चिकनी होती है। बीज के अंदर एक नरम अंकुर होता है, जो अंकुरण के समय बाहर आता है। बीज का छिलका बहुत कठोर होता है, इसलिए उसे अंकुरण से पहले नरम करना आवश्यक होता है। इससे उनका अंकुरण जल्दी से होता है।

2. बीज की तैयारी

कमल के बीज बोने से पहले इसकी तैयारी करना बहुत जरुरी है। निचे दिए गए आसान तरीके से आप इसे ऊगा सकते हैं।

(a) बीज का स्कारिफिकेशन (Scarification)
बीज के बाहरी कठोर आवरण को थोड़ा खुरचकर पतला करना होता है ताकि पानी अंदर प्रवेश कर सके। इसके लिए आप रेत-पेपर, फाइल या किसी खुरदूरे तरह पर रगड़कर कर सकते हैं। ध्यान रहे कि बीज का अंदरूनी भाग क्षतिग्रस्त न हो। आपको जब इसके अंदर का उजला ( White Portion ) वाला हिस्सा दिखाई देने लगे तो रगड़ना बंद कर दें।

(b) बीज को पानी में डालना
स्कारिफिकेशन के बाद बीजों को एक साफ कांच या प्लास्टिक के कंटेनर में पानी में डाल दें। कंटेनर को किसी ऐसे स्थान पर रखें जहाँ तापमान लगभग 25-30 डिग्री सेल्सियस हो। कंटेनर को डायरेक्ट धूप से बचाकर रखें क्युकी बहुत ज्यादा धूप से बीज ख़राब हो जाते है।

पानी को प्रतिदिन बदलते रहें ताकि वह साफ और ऑक्सीजनयुक्त बना रहे। बीज 7-10 दिनों में फूलने लगेंगे और अंकुरित हो जाएंगे। यदि 7-10 दिनों में कोई परिवर्तन न हो, तो बीज निष्क्रिय हो सकता है और यह वापस से अंकुरित नहीं होगा।

3. अंकुरण के बाद का प्रबंधन

जब बीज से लगभग 10-15 सेमी लंबा अंकुर निकल आए और उस पर 2-3 पत्तियाँ आ जाएँ, तब यह रोपण के लिए तैयार होता है। अंकुर को प्रत्यक्ष मिट्टी या मिट्टी-पानी मिश्रण में रोपित किया जा सकता है।

4. पौधे को कहाँ और कैसे लगाएं ?

(a) बर्तन का चयन
यदि आप घर में या बालकनी में कमल उगाना चाहते हैं, तो चौड़ा और गहरा बर्तन लें। इसके लिए आप कम से कम बारह इंच गहरा और चौड़ाई जितना ज्यादा से ज्यादा वाला बर्तन ले सकते हैं। मिट्टी के गमले, प्लास्टिक टब या पुराने ड्रम को भी उपयोग में लिया जा सकता है।

(b) मिट्टी की तैयारी
तालाब की मिट्टी, चिकनी मिट्टी इसके लिए उपयुक्त होगी । इसमें आप मिट्टी के साथ थोड़ी सी गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट को मिला सकते हैं। मिट्टी में ज्यादा उर्वरक या रसायन न मिलाएं, वरना पौधा नष्ट हो सकता है।

(c) पानी भरना
मिट्टी डालने के बाद उसमें लगभग 8-10 इंच तक पानी भर दें। पानी का स्तर धीरे-धीरे बढ़ाएं ताकि अंकुर को नुकसान न हो। पौधे के बड़े होने के साथ-साथ पानी की गहराई को 1-2 फीट तक बढ़ाया जा सकता है।

5. देखभाल कैसे करें ?
कमल के पौधे को अधिक देखभाल की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन कुछ बातें अवश्य ध्यान में रखें:

(a) धूप
कमल का पौधा पूर्ण सूर्यप्रकाश में अच्छे से बढ़ता है। प्रतिदिन कम से कम 6-8 घंटे की धूप आवश्यक है।

(b) तापमान
कमल गर्म मौसम का पौधा है। यह 25°C से 35°C के बीच अच्छे से विकसित होता है। सर्दियों में यह निष्क्रिय हो सकता है।

(c) पानी की गुणवत्ता
साफ और ताजा पानी कमल के लिए आवश्यक है। यदि पानी में दुर्गंध या गंदगी हो तो पौधा बीमार हो सकता है। पानी को समय-समय पर बदलते रहें नहीं तो इनमे मच्छर पनपने की शिकायत हो सकती है।

(d) कीट नियंत्रण
कमल के पौधों में एफिड्स या कीट लग सकते हैं। नीम के तेल का स्प्रे या हल्का कीटनाशक उपयोग किया जा सकता है।

6. फूल आने में कितना समय लगता है ?

कमल के पौधे को अंकुरण से फूल आने तक लगभग 4 से 6 महीने का समय लग सकता है। यह जलवायु, देखभाल और बीज की गुणवत्ता पर निर्भर करता है। एक बार पौधा विकसित हो जाए, तो वह हर मौसम में इसमें फूल खिल सकते है , खासकर गर्मियों और बरसात में।

7. कमल के पौधे से लाभ

कमल केवल एक सजावटी पौधा नहीं है। इसके कई औषधीय और व्यावसायिक लाभ भी हैं:
आध्यात्मिक महत्व: पूजा-पाठ में प्रयोग होता है।
औषधीय गुण: इसकी पंखुड़ियों, बीजों और जड़ों का उपयोग आयुर्वेद में होता है।
खाद्य उपयोग: कमल गट्टा (बीज) कई भारतीय व्यंजनों में इस्तेमाल होता है।
जल संरक्षण: कमल के पौधे पानी को साफ रखने में सहायक होते हैं।

8. कमल उगाने में सावधानियाँ

कभी भी बीज को सीधे मिट्टी में न लगाएं जब तक कि वह अंकुरित न हो जाए।
अत्यधिक खाद या रसायन का प्रयोग न करें।
पानी की गहराई धीरे-धीरे बढ़ाएं।
सर्दियों में पौधे की देखभाल अधिक करें या उसे गरम स्थान पर रखें।

निष्कर्ष :

कमल का बीज उगाना न केवल एक आसान और आत्मसंतोष देने वाली प्रक्रिया है, बल्कि यह आपके घर या बगीचे को एक सुंदर प्राकृतिक सौंदर्य भी प्रदान करता है। यदि आप धार्मिक, आयुर्वेदिक या केवल शौक के लिए इसे उगाना चाहते हैं, तो ऊपर दिए गए सभी चरणों को ध्यान से अपनाएं। प्राकृतिक सुंदरता, आध्यात्मिक शांति और औषधीय लाभों से भरपूर कमल का पौधा आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा भर सकता है। थोड़ी-सी मेहनत और नियमित देखभाल से आप अपने घर में कमल के खिलते फूलों का आनंद ले सकते हैं।

तो आप इस लेख को पढ़ने के बाद घर पर कमल का फूल कैसे उगाएं जान चुके हैं। अब आप भी अपने घर में कमल का फूल लगाए और अपने गार्डन को एक नया लुक दें।

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